गंगोत्री
इस बार गोमुख से नहीं उठा पाएंगे कांवड़: इस कारण लगा दी गई है रोक ।।
गंगोत्री – कांवड़ यात्रा के दौरान इस बार कांवड़ियों को गंगोत्री धाम से आगे नहीं जाने दिया जाएगा। उन्हें गंगोत्री से ही गंगाजल भरना पड़ेगा। गंगोत्री-गोमुख ट्रैक पर यात्रियों की सुरक्षा के मद्देनजर आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने यह फैसला लिया है।गंगोत्री से गोमुख तक की पैदल यात्रा 18 किलोमीटर की है। यह संवेदनशील क्षेत्र गंगोत्री राष्ट्रीय उद्यान के अंतर्गत आता है। रास्ते में गंगोत्री से नौ किमी दूरी पर चीड़वासा में नाला बहता है। इसमें कई बार अचानक ग्लेशियर पिघलने के कारण पानी बढ़ जाता है।
चार जुलाई को चीड़वासा में अचानक पानी बढ़ने से लकड़ी की पुलिया बह गई थी। इसके बाद नाला पार करने की कोशिश में दिल्ली निवासी दो कांवड़िए बह गए थे। इनका अब तक पता नहीं चल पाया है। तब 40 से ज्यादा यात्री अगला भोजवासा में फंस गए थे। इन फंसे यात्रियों को अगले दिन एसडीआरएफ ने रस्सी के सहारे नाला पार कराया था। इसके बाद जिला प्रशासन ने गोमुख की यात्रा पर रोक लगा दी थी।
आपको बता दें गोमुख जाना सुरक्षा के लिहाज से उचित नहीं है। इस वर्ष कांवड़ियों को गंगोत्री से आगे नहीं जाने देने का निर्णय किया गया है। मालूम हो कि सावन के दौरान कांवड़ यात्रा में श्रद्धाल के साथ-साथ गंगोत्री और गोमुख गंगाजल भरने जाते हैं