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घंटाकरण मंदिर समिति द्वारा 43 वर्षों के बाद पट्टी बडियारगढ़ लोस्तू से केदार यात्रा का शुभारंभ।

उत्तराखण्ड

घंटाकरण मंदिर समिति द्वारा 43 वर्षों के बाद पट्टी बडियारगढ़ लोस्तू से केदार यात्रा का शुभारंभ।

घंटाकरण मंदिर समिति द्वारा 43 वर्षों के बाद पट्टी बडियारगढ़ लोस्तू से केदार यात्रा का शुभारंभ दैनिक प्रतिपक्ष संवाद गबर सिंह भण्डारी श्रीनगर गढ़वाल श्रीनगर गढ़वाल – बडियारगढ़ लोस्तू पट्टी के इष्टदेव घंटाकरण देवता की आज दिनांक 24/04/2023 को केदार यात्रा 42 – 43 वर्षों के बाद यात्रा शुरू हो रही है घंटाकरण मन्दिर समिति द्वारा प्राप्त जानकारी अनुसार यात्रा पूर्व निर्धारित कार्यक्रम अनुसार संचालित होगी जिसका विधिवत शुभारंभ आज देवथान देवगढ़ी से होने जा रहा है एवम यात्रा निम्न कार्यक्रम अनुसार सम्पन्न होगी :
प्रथम दिवस 24 अप्रैल देवथान देवगढी में एकत्रित होकर पूजा पाठ के पश्चात नाजे निशान के साथ देव यात्रा पैदल मार्ग से धुरेट, तल्ली रिगोली, फेतकंडा होते हुए मल्ली रिगोली रात्रि विश्राम हेतु पहुंचेगी।


दूसरा दिन 25 अप्रैल को प्रातः देव पूजन के बाद यात्रा सड़क मार्ग से तेगड,सौराखाल होते हुए सूर्य प्रयाग तिलवाडा के लिए निकलेगी, तिलवाडा में स्नान के बाद यात्रा कुमडी, डंगवाल गाउँ होते हुए बेडु बगड मे केदारनाथ राष्ट्रीय मार्ग से गुप्तकाशी के लिए प्रस्थान किया जाना है, गुप्तकाशी मे भगवान विश्वनाथ की पूजा अर्चना के बाद यात्रा अगले रात्रि पड़ाव गौरीकुंड के लिए प्रस्थान करेगी।
तीसरा दिन 26 अप्रैल को प्रातः स्नान पूजन के बाद देव यात्रा पैदल मार्ग से रात्रि पड़ाव केदार बेस कैम्प के लिए प्रस्थान करेगी एवम श्याम तक केदार बेस कैंप में पहुंचेगी।
चौथा दिन 27 अप्रैल को प्रातः 5 बजे बेस कैंप से केदारधाम दर्शन हेतु प्रस्थान एवम 9 से 10 बजे भगवान केदार के दर्शनों के उपरांत यात्रा वापिस गौरीकुंड के लिए प्रस्थान करेगी और मोटर मार्ग से त्रिजुगी नारायण रात्रि विश्राम हेतु रवाना होगी।
पांचवां दिन 28 अप्रैल को भगवान त्रिजुगी नारायण की पूजा अर्चना के बाद यात्रा अगले पड़ाव चिरबिटिया को प्रस्थान करेगी, चिरबिटिया पहुंचने के बाद गाडियां एवम गाड़ी से आने वाले यात्री लोस्तु के लिए निकलेंगे एवम पैदल यात्रियों का रात्रि विश्राम चिरबिटिया में ही होगा।
छटवां दिन 29 अप्रैल को यात्रा पैदल मार्ग से जिबालाखाल, ताल होते हुए घण्डियाल धार रात्रि पड़ाव के लिए पहुंचेगी।
सातवें दिन 30 अप्रैल को घण्डियाल धार से यात्रा देवथान देवगढी पहुंचेगी और इस तरह से यात्रा का समापन होगा।
मीडिया प्रभारी आनंद सिंह भंडारी ने बताया की इस घंटाकरण यात्रा में मुख्यरूप से मंदिर के रावल दिनेश प्रसाद जोशी, इष्टदेव गणों के पश्वा सोबन सिंह कैंतूरा,सुरेन्द्र सिंह कण्डारी, दलीप सिंह पटवाल,जब्बर सिंह बड़थ्वाल, मंदिर के पुजारी साकेतानंद भट्ट, मनमोहन भट्ट, आदि लोस्तू बडियारगढ़ भगतगण इस यात्रा में सम्मिलित रहेंगे।

– बडियारगढ़ लोस्तू पट्टी के इष्टदेव घंटाकरण देवता की आज दिनांक 24/04/2023 को केदार यात्रा 42 – 43 वर्षों के बाद यात्रा शुरू हो रही है घंटाकरण मन्दिर समिति द्वारा प्राप्त जानकारी अनुसार यात्रा पूर्व निर्धारित कार्यक्रम अनुसार संचालित होगी जिसका विधिवत शुभारंभ आज देवथान देवगढ़ी से होने जा रहा है एवम यात्रा निम्न कार्यक्रम अनुसार सम्पन्न होगी :
प्रथम दिवस 24 अप्रैल देवथान देवगढी में एकत्रित होकर पूजा पाठ के पश्चात नाजे निशान के साथ देव यात्रा पैदल मार्ग से धुरेट, तल्ली रिगोली, फेतकंडा होते हुए मल्ली रिगोली रात्रि विश्राम हेतु पहुंचेगी।
दूसरा दिन 25 अप्रैल को प्रातः देव पूजन के बाद यात्रा सड़क मार्ग से तेगड,सौराखाल होते हुए सूर्य प्रयाग तिलवाडा के लिए निकलेगी, तिलवाडा में स्नान के बाद यात्रा कुमडी, डंगवाल गाउँ होते हुए बेडु बगड मे केदारनाथ राष्ट्रीय मार्ग से गुप्तकाशी के लिए प्रस्थान किया जाना है, गुप्तकाशी मे भगवान विश्वनाथ की पूजा अर्चना के बाद यात्रा अगले रात्रि पड़ाव गौरीकुंड के लिए प्रस्थान करेगी।
तीसरा दिन 26 अप्रैल को प्रातः स्नान पूजन के बाद देव यात्रा पैदल मार्ग से रात्रि पड़ाव केदार बेस कैम्प के लिए प्रस्थान करेगी एवम श्याम तक केदार बेस कैंप में पहुंचेगी।
चौथा दिन 27 अप्रैल को प्रातः 5 बजे बेस कैंप से केदारधाम दर्शन हेतु प्रस्थान एवम 9 से 10 बजे भगवान केदार के दर्शनों के उपरांत यात्रा वापिस गौरीकुंड के लिए प्रस्थान करेगी और मोटर मार्ग से त्रिजुगी नारायण रात्रि विश्राम हेतु रवाना होगी।
पांचवां दिन 28 अप्रैल को भगवान त्रिजुगी नारायण की पूजा अर्चना के बाद यात्रा अगले पड़ाव चिरबिटिया को प्रस्थान करेगी, चिरबिटिया पहुंचने के बाद गाडियां एवम गाड़ी से आने वाले यात्री लोस्तु के लिए निकलेंगे एवम पैदल यात्रियों का रात्रि विश्राम चिरबिटिया में ही होगा।
छटवां दिन 29 अप्रैल को यात्रा पैदल मार्ग से जिबालाखाल, ताल होते हुए घण्डियाल धार रात्रि पड़ाव के लिए पहुंचेगी।
सातवें दिन 30 अप्रैल को घण्डियाल धार से यात्रा देवथान देवगढी पहुंचेगी और इस तरह से यात्रा का समापन होगा।
मीडिया प्रभारी आनंद सिंह भंडारी ने बताया की इस घंटाकरण यात्रा में मुख्यरूप से मंदिर के रावल दिनेश प्रसाद जोशी, इष्टदेव गणों के पश्वा सोबन सिंह कैंतूरा,सुरेन्द्र सिंह कण्डारी, दलीप सिंह पटवाल,जब्बर सिंह बड़थ्वाल, मंदिर के पुजारी साकेतानंद भट्ट, मनमोहन भट्ट, आदि लोस्तू बडियारगढ़ भगतगण इस यात्रा में सम्मिलित रहेंगे।

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