उत्तराखण्ड
अमेरीका,,,, महिलाओं पर भी नहीं खाया तरस।
कैथल। अमेरिका से डिपोर्ट किए गए जिले के 11 लोगों में चार लोग घर लौट आए हैं। कसान गांव के अंकित ने बताया कि वह सात महीने पहले अमेरिका में रोजगार के लिए डंकी रूट से विदेश गया था। मैक्सिको सीमा पर करीब पांच महीने तक रहा। पहाड़ों पर चढ़कर बॉर्डर पार किया। पहाड़ों पार करके 15 किलोमीटर तक पैदल चलना पड़ा। अंकित ने बताया कि अमेरिका जाने के लिए करीब 45 लाख रुपये खर्च किए। ट्रैवल एजेंट ने 40 दिन में अमेरिका भेजने का वादा किया, लेकिन छह महीने में वह पहुंच सका। जब वह अमेरिका पहुंचा तो वहां उसके साथ अपराधियों की तरह व्यवहार किया गया। जब डिपोर्ट किया तो न महिलाओं पर तरस खाया और न ही बच्चों पर। हथकड़ियां पहनाकर हवाई जहाज में बैठा दिया। अमृतसर में विमान उतरने से 30 मिनट पहले केवल महिलाओं की हथकड़ियां खोली गईं।











