हल्द्वानी
हल्द्वानी के ब्रज लाल सहित प्रदेश के 10 हॉस्पिटल कर रहे थे भ्रष्टाचार : पकड़े गए ।।
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निजी हॉस्पिटलों की मनमानी
हल्द्वानी – उत्तराखंड के अस्पतालों में कई बार आरोप लगते रहते हैं कि उन्होंने मरीजों से हेरा फेरी की है और यह अब सिद्ध भी हो रहा है । हो रही जांच में यह सामने दिखाई देता है कि निजी हॉस्पिटल अपने फायदे के लिए कुछ भी कर सकते हैं ।। अब हॉस्पिटलों की कार्य प्रणाली पर और ज्यादा शंका गहराने लगी है ।
ईएसआई निर्देशक के आदेश के बाद 10 हॉस्पिटलों पर सवाल
ईएसआई निदेशक दीप्ति सिंह की ओर से जारी आदेश के बाद प्रदेश के दस बड़े निजी अस्पतालों की शाख पर दाग लग गया है , बड़ी बात यह है कि इसमें से दो हॉस्पिटल हल्द्वानी में स्थित है , हल्द्वानी स्तिथि बालाजी हॉस्पिटल और बृजलाल हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर सहित प्रदेश के 10 बड़े हॉस्पिटलों के नाम शामिल हैं। इन प्राइवेट अस्पतालों पर फर्जी बिल बनाकर पैसे कमाने के आरोप लगे हैं,
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बिलों में की जा रही थी गड़बड़ी
आदेश के अनुसार वित्तीय वर्ष 2023-24 में अनुबंधित चिकित्सा संस्थानों के यूटीआई पोर्टल पर जमा किए गए बिलों की समीक्षा की गई, जिसमें पता चला कि जो दावा कर रहे हैं वह उपचार के व्यय से कहीं अधिक हैं।जिसके बाद ईएसआई से इलाज की चिकित्सा प्रतिपूर्ति का अधिक बिल भेजने और हेरा फेरी करने वाले राज्य के 10 निजी अस्पतालों को ईएसआई निदेशालय ने निलंबित कर दिया है, अब यहां ईएसआई से इलाज नहीं होगा हालांकि जो मरीज यहां पहले से भर्ती हैं उनका उपचार जारी रहेगा।अब इस मामले में अनेक बड़े सवाल खड़े हो रहे हैं आखिर यह खेल कब से खेला जा रहा था ।
हॉस्पिटल में दाग़ से उठता है मरीजों का भरोसा
अब देखना होगा की अब आगे इन अस्पतालों पर मरीजों का कितना भरोसा बन पाता है ।। आपको याद होगा कि इन हॉस्पिटलों में पहले भी अनेक बार मरीजों के साथ लापरवाही के आरोप भी लगते रहे हैं ।। इसी के साथ आयुष्मान कार्ड में भी कुछ हॉस्पिटल द्वारा अधिक बिल दिखाने के बाद कार्रवाई की गई थी । लेकिन अस्पताल का मैनेजमेंट पैसे के कारण मरीज और उसके परिजनों से ज्यादा पैसे वसूल करने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ रहा ।।
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