Connect with us

राजकीय मेडिकल कॉलेज फैकल्टी में सामूहिक और समन्वय होने से सुधरेगी चिकित्सा सेवा:- कोटिया

उत्तराखण्ड

राजकीय मेडिकल कॉलेज फैकल्टी में सामूहिक और समन्वय होने से सुधरेगी चिकित्सा सेवा:- कोटिया

*बोले संसाधनों के साथ ही फैकल्टी में भी सामूहिक रूप में कार्य करने में दक्षता जरूरी*

*राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण के चेयरमैन डीके कोटिया ने किया मेडिकल कॉलेज व बेस अस्पताल का निरीक्षण*

*बोले, आयुष्मान योजना से शत-प्रतिशत मरीजों को लाभ दिलाने का काम करे चिकित्सक व कर्मचारी *

श्रीनगर गढ़वाल – राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण के चेयरमैन डीके कोटिया ने रविवार को वीर चन्द्र सिंह गढ़वाली की मूर्ति पर माल्यार्पण के उपरांत मेडिकल कॉलेज और बेस चिकित्सालय श्रीनगर का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान चेयरमैन कोटिया ने मेडिकल कॉलेज के संकाय सदस्यों के साथ बैठक लेने के बाद बेस चिकित्सालय के विभिन्न विभागों का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने बेस चिकित्सालय में चिकित्सा संसाधनों की पर्याप्त सुविधा पर खुशी जाहिर करते हुए कहा कि अस्पताल में पर्याप्त चिकित्सा संसाधनों के साथ ही फैकल्टी में सामूहिक और समन्वय से काम करना जरूरी है। कहा कि इससे मरीजों को चिकित्सा सेवा बेहतर मिलेगी ही साथ ही संस्थान चिकित्सा सेवा देने में अन्य अस्पतालों के मुकाबले पहले पंक्ति में सुमार होगा।
निरीक्षण के दौरान राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण के चेयरमैन डीके कोटिया ने मेडिकल कॉलेज के मल्टी रिचर्स सेंटर, वायरोलॉजी लैब, प्रेक्षागृह पहुंची। जबकि इसके बाद बेस चिकित्सालय में इमरजेसी वार्ड, रेडियोलॉजी विभाग, ऑक्सीजन प्लांट, आईसीयू, ओटी सहित अन्य स्थानों का निरीक्षण किया। जबकि बेस चिकित्सालय में स्थापित हो रही एमआरआई मशीन के कार्य का भी जायजा लिया। उन्होंने कहा कि अन्य अस्पतालों की से उच्च कोटि की एमआरआई मशीन यहां स्थापित हो रही है। कोटिया ने कहा कि चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत जी के विशेष प्रयासों से उतराखंड के सभी सरकारी मेडिकल कॉलेज व चिकित्सालयों के साथ साथ गढ़वाल के सबसे बड़े बीर चन्द्र सिंह गढ़वाली राजकीय मेडिकल कॉलेज में तमाम चिकित्सा संसाधनों से लेकर स्थाई डॉक्टरों की तैनाती होने से चिकित्सा सेवाओं में लगातार इजाफा हो रहा है। पी. जी. के आने से मरीजों के इलाज में सतत् बेहतरी भी हो रही है। उन्होंने आकस्मिक विभाग के पास खुले आयुष्मान कार्यालय के रजिस्ट्रेशन कक्ष का भी निरीक्षण किया। उन्होंने मौके पर डॉक्टरों को शत-प्रतिशत इलाज आयुष्मान योजना से कराये जाने के निर्देश दिये। कहा कि आयुष्मान से मरीजों को हर प्रकार का इलाज मिले इसके लिए डॉक्टरों के साथ ही आयुष्मान केन्द्र के बीच आपसी तालमेल होना बहुत जरूरी है। कहा कि आयुष्मान में जो-जो कमी आ रही है, उसके लिए जल्द मेडिकल कॉलेज में टीम भेजकर सुधारने का प्रयास किया जायेगा। इस मौके पर मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. सीएमएस रावत ने मेडिकल कॉलेज द्वारा चिकित्सा सेवा में दी जा रही सुविधाओं एवं अन्य जानकारियों से चेयरमैन डीके कोटिया को अवगत कराया। इस मौके प्रभारी एमएस डॉ. सतीश कुमार, इमरजेंसी विभाग के प्रभारी डॉ. ललित पाठक, जनरल मेडिसिन के एचओडी डॉ. केएस बुटोला, माइक्रोबायोलॉजी एचओडी डा. विनिता रावत, डॉ. अजेय विक्रम सिंह, डॉ. विक्की वख्सी, डॉ. अर्जुन सिंह, डॉ. अशोक कुमार, रेडियोलॉजिस्ट डॉ. ज्योति जोशी, डॉ. पवन भट, डॉ. नवज्योति बोर, डॉ. जानकी बर्त्वाल, डॉ. इंदिरा यादव आदि मौजूद थे।

Ad Ad

More in उत्तराखण्ड

Trending News

धर्म-संस्कृति

राशिफल अक्टूबर 2024

About

प्रतिपक्ष संवाद उत्तराखंड तथा देश-विदेश की ताज़ा ख़बरों का एक डिजिटल माध्यम है। अपने क्षेत्र की ख़बरों को प्रसारित करने हेतु हमसे संपर्क करें  – [email protected]

Editor

Editor: Vinod Joshi
Mobile: +91 86306 17236
Email: [email protected]

You cannot copy content of this page