उत्तराखण्ड
यादों के झरोखे से- जब शाहरुख खान के पिता ताज मोहम्मद को लोकसभा चुनाव मिले शून्य वोट ।।
गुरुग्राम लोकसभा क्षेत्र में हुए कुछ चुनाव बड़े ही रोचक रहे हैं। कुछ में रिकॉर्ड भी बना है। सबसे कम और सबसे ज्यादा वोट से जीतने का रिकॉर्ड भी इसी लोकसभा क्षेत्र के प्रत्याशियों के नाम रहा है। इस लोकसभा क्षेत्र के चुनावी दंगल में एक प्रत्याशी ऐसा भी रहा है, जिसे एक भी वोट नहीं मिल पाया था।यह प्रत्याशी फिल्म अभिनेता शाहरुख खान के पिता ताज मोहम्मद थे। पाकिस्तान के पेशेवर में रहने वाले ताज मोहम्मद बंटवारे के बाद दिल्ली में आकर बसे थे। गुरुग्राम लोकसभा सीट आजादी के बाद अस्तित्व में आई थी, इसमें फरीदाबाद भी शामिल था। गुरुग्राम सीट 1952 से 1971 तक रही। इस दौरान एक उप चुनाव समेत छह चुनाव हुए थे। इसके बाद साल 2009 में दोबारा से गुरुग्राम सीट बनी। तीन चुनाव हो चुके हैं।गुरुग्राम लोस का पहला चुनाव साल 1952 में हुआ था। इसमें कांग्रेस उम्मीदवार ठाकुर दास भार्गव विजेता रहे। इसमें ठाकुर दास भार्गव को 1,13,269 और जीवन खान को 36,615 वोट मिले थे। प्रत्याशी के खाते में शून्य वोट का यह मामला वर्ष 1957 के लोकसभा चुनावों का है। देश में दूसरी लोकसभा के लिए हुए इस चुनाव में कांग्रेस के अबुल कलाम आजाद को 1,91,221 और उनके प्रतिद्वंद्वी बीजेएस के प्रत्याशी मूलचंद को 95,553 वोट मिले थे। इस चुनाव में मजेदार बात यह रही कि निर्दलीय प्रत्याशी ताज मोहम्मद को एक भी वोट नहीं मिला था। यह अपने आप में रिकॉर्ड है।अबुल कलाम की मौत के बाद 1958 में उपचुनाव हुआ था। केंद्र में पंडित जवाहर लाल नेहरु की सरकार होने के बावजूद आर्य समाज के नेता प्रकाशवीर शास्त्री ने चुनाव जीता था। उन्होंने कांग्रेस नेता एम चंद्रा को हराया था। वरिष्ठ नेता कुलदीप यादव कहते हैँ कि इस दौर में हरियाणा में आर्य समाज का वर्चस्व था। इसका असर उपचुनाव में देखने को मिला था। वर्ष 1967 में सबसे कांटेदार मुकाबला हुआ था। इसमें निर्दलीय प्रत्याशी अब्दुल गनी डार ने कांग्रेस उम्मीदवार जी. सिंह को सिर्फ 1308 मतों से हराया था। इस सीट पर इतने कम मतों से अभी तक किसी की जीत नहीं हुई है। यह भी अपने आप में रिकॉर्ड है।