उत्तराखण्ड
उत्तराखंड में बारिश मचाएगी गदर, इन इलाकों में भारी बारिश की संभवना
देहरादून : भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने अगले हफ्ते पश्चिम और मध्य भारत के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश की भविष्यवाणी की है। IMD ने शनिवार को कहा कि 15 से 17 सितंबर के बीच छत्तीसगढ़ और पूर्वी मध्य प्रदेश में और 17 और 18 सितंबर को पश्चिमी मध्य प्रदेश में अलग-अलग स्थानों पर अत्यधिक भारी बारिश की संभावना है।
उत्तराखंड में जाते जाते मानसून जमकर कहर बरपा सकता है। अगले 36-48 घंटों में पहाड़ी राज्य उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश में भारी बारिश की संभावना है।
जब कोई मौसम प्रणाली जमीन पर कमजोर हो जाती है और फैल जाती है, तो उसकी साथ की गतिविधियाँ (जैसे हल्की बारिश या बादल) बढ़ जाती हैं। इसका मतलब है कि वह पहले से ज्यादा बड़े इलाके में असर डालने लगती है। लेकिन, जैसे-जैसे प्रणाली कमजोर होती है, उसकी ताकत में तेजी से कमी आ जाती है, यानी मौसम का असर बहुत हल्का हो जाता है। इस कमजोर प्रणाली का चक्रवाती परिसंचरण अब केवल मध्यम ऊँचाई तक पहुँच रहा है, जो पहले की तुलना में ऊर्ध्वाधर दिशा में कम हो गया है।
उत्तराखंड के दोनों मंडलों गढ़वाल और कुमाऊं में भारी बारिश होने की संभावना है, खासकर राज्य के निचले पहाड़ों और तलहटी में भारी बारिश के आसार हैं। उत्तर प्रदेश के तलहटी इलाकों में अगले 24 घंटों में बिखरी हुई भारी बारिश हो सकती है। बिखरी हुई भारी बारिश का मतलब होता है कि बारिश एक बड़े क्षेत्र में समान रूप से नहीं होती, बल्कि कुछ जगहों पर बहुत ज्यादा बारिश होती है और कुछ जगहों पर बिल्कुल कम या हल्की बारिश होती है। भारी बारिश से जोखिम और खतरे वाले इलाकों में उत्तराखंड के देहरादून, पंतनगर, कोटद्वारा, अल्मोड़ा, रामनगर, उत्तरकाशी, नैनीताल, पौड़ी गढ़वाल, मुक्तेश्वर, केदारनाथ, बदरीनाथ, रुद्रप्रयाग, श्रीनगर, देवप्रयाग और यूपी के पीलीभीत, बरेली, बहराइच, लखीमपुर खीरी, शाहजहांपुर, बदायूं, हरदोई, और सीतापुर जिले शामिल हैं।









