उत्तराखण्ड
सनातन धर्म के गौरव को वैश्विक प्रतिष्ठा दिलाने का समय आ गया है- रामदेव
हर भारतीय के जीवन को बनाना चाहता हूं वैभवशाली
मेरा हर क्षण और संपत्ति राष्ट्र के लिए है समर्पित
एक लाख साधकों के रहने के लिए बसाऐंगे नया शहर
चौखुटिया (अल्मोड़ा)। स्वामी रामदेव ने कहा है कि योग रूपी परम धर्म, सेवा धर्म, मानव धर्म और राष्ट्र धर्म की पताका फहराते हुए सनातन धर्म के गौरव को वैश्विक प्रतिष्ठा दिलाते हुए आगे बढने का समय आ गया है। उन्होंने मातृशक्ति को नमन करते हुए कहा कि राम, कृष्ण और तमाम ऋषि मुनियां को जन्म देने वाली माताएं ही हैं। उन्होंने ऋषि मुनियों की परंपरा को अंगीकार करने, स्वदेशी पर जोर देने तथा वैदिक ज्ञान के साथ आगे बढ़ने की बात कही। उन्होंने कहा कि वे जल्द ही एक लाख साधकों के रहने लायक नगर बसाने की योजना बना रहे हैं। उन्होंने कहा उनके जीवन का हर क्षण, उनका रोम रोम और पूरी संपत्ति राष्ट्र की संपत्ति है। वे हर भारतीय के जीवन को वैभवशाली बनाना चाहते हैं।
स्वामी रामदेव बाखली खेल मैदान में आयोजित पतंजलि योग पीठ के प्रांतीय महिला सम्मेलन में बोल रहे थे। उन्होंने उत्तराखंड की देव भूमि को योग, साधना के लिए विश्व में सर्वश्रेष्ठ बताया कहा कि पहाड़ों में सुख सुविधाओं की कमी हो सकती है परंतु जीवन का असल आनंद पहाड़ की वादियों में ही है। कहा कि वे कहीं भी जाएं परंतु असल आनंद उत्तराखंड में ही आता है। कहा कि वे 18 घंटे पुरूषार्थ करते हैं। देश दुनियां में यूं ही नाम नही कमाया है सारे सूखों का परित्याग कर त्याग, तपस्या व साधना से योगी जीवन अपनाया है। बचपन में गुरूजनों से जो संस्कार मिले उसकी गांठ बांधकर आगे बढ़ा। फिर त्रषिमुनियों व वेदों का अनुशरण कर योग के माध्यम से करोड़ों लोगों के कल्याण में जुटे हैं।
उन्होंने कहा कि पहाड़ के जल, जंगल जमीन और जवानी को संवारने की दिशा में भी काम शुरू किया जा रहा है। पहाड़ के मडूवे व बिच्छूघास से लेकर पहाड़ी गाय के गौमूत्र को खरीदने का बीड़ा उठाया है।
कार्यक्रम को केंद्रीय महिला प्रभारी साध्वी देवप्रिया, भारतीय शिक्षा बोर्ड पतंजलि के चेयरमेन एमपी सिंह, मुख्य केंद्रीय प्रभारी राकेश मित्तल आदि ने संबोधित किया।
इससे पहले राज्य प्रभारी भष्कर ओली, महिला शाखा की राज्य प्रभारी सीमा जौहर, सह प्रभारी लक्ष्मी शाह, जानकी ओली आदि ने स्वागत किया। संचालन लीला जोशी व सीमा जौहर ने किया। इस मौके पर जिपंउ कांता रावत, ब्लाक प्रमुख किरन बिष्ट, व्यापार संघ अध्यक्ष गणेश कांडपाल, दीपक नेगी सहित तमाम लोग मौजूद थे।
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महिलाओं ने पुष्पवर्षा कर किया स्वागत
चौखुटिया (अल्मोड़ा)। परंपरागत पांखुला पहनी रूद्रप्रयाग की महिलाओं व रंगवाली पिछौड़ा पहनकर आई स्थानीय महिलाओं ने पंक्तिबद्व खड़े होकर पुष्प वर्षा कर स्वामी जी का स्वागत किया। नृपेंद्र जोशी की टीम ने छोलिया व विजडम स्कूल के बच्चों ने योग का प्रदर्शन किया। इससे पहले महिलाओं ने शंखध्वनि से स्वागत किया।
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रामदेव जब मंच पर ही खाने लगे ककड़ी
चौखुटिया (अल्मोड़ा)। गढ़वाल से आई महिलाओं की एक टोली पहाड़ी ककड़ी, मड़वे का आटा, करेला व पीसा हुआ पहाड़ी नमक लेकर आई थी। रामदेव की नजर जैसे ही उन पर पड़ी उन्होंने उन्हें तुरंत मंच पर बुला लिया और ककड़ी को दोनों हाथों से नीचे पटका और तोड़कर खाने लगे। इस दौरान उन्होंने लोगों के साथ फोटो भी खिंचवाए।
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स्कूटी और कार करेंगे भेंट
स्वामी रामदेव ने सेवा के क्षेत्र में बेहतरीन कार्य करने वाली देहरादून की जिला प्रभारी मुन्नी वैष्णव,रानीखेत की जिला प्रभारी मीना भारती व कोटद्वार की जिला प्रभारी आशा रावत को अपनी ओर से पुरस्कार के रूप में स्कूटी देने, राज्य प्रभारी सीमा जौहर को नई कार देने व अन्य सभी जिला प्रभारियों को दीवाली पर साड़ियां देने की घोषणा की।
रामदेव ने मंच से ही अनुलोम विलोम व कपाल भाती आदि योग कराकर निरोग रहने के टिप्स दिए। उन्होंने युवाओं से कुप्रवृत्तियों से दूर रहने को कहा। उन्होंने कहा कि अच्छे संस्कारों से ही सही समाज का निर्माण हो सकता है।
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प्रार्थना को जीवन में उतारा
स्वामी रामदेव ने कहा कि उनके बचपन का नाम रामकिसन था। स्कूली जीवन में उनके स्कूल में गाई जाने वाली प्रार्थना वह शक्ति हमें दो दया निधे कर्तब्य मार्ग पर डट जाऐं को ही उन्होंने अपने जीवन में इस प्रकार उतार लिया कि उसी मार्ग पर चलकर वे आज इस मुकाम पर पहुंच गए हैं। बचपन के संस्कारों को बच्चे के दीमांग पर बड़ा असर पड़ता है।
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महिला समिति ने सौंपा पांच लाख का चेक
पतंजलि महिला शाखा की राज्य प्रभारी सीमा जौहर ने रामदेव को महिला समिति की ओर से पांच लाख का चेक भेंट किया। इस मौके पर जौहर ने बताया कि जनवरी माह से अब तक महिलाओं ने 23 लाख रूपए का दान एकत्रित किया है। बताया कि प्रदेश की 5 हजार महिलाएं सक्रियता से सेवा दे रही हैं। कार्यक्रम में प्रदेश के सभी जिलों से महिलाएं पहुंची थी। कार्यक्रम में सुरक्षा व्यवस्था के लिए जिले के विभिन्न हिस्सों से पुलिस कर्मी पहुंचे थे।