उत्तराखण्ड
शिक्षा व्यवस्था में सुधार के लिए छेड़ा जाएगा जन अभियान : उछास
उत्तराखंड छात्र संगठन की यहां आयोजित बैठक में शिक्षा के बाजारीकरण पर गंभीर चिंता व्यक्त करते हुए सबको समान और अनिवार्य रूप से निशुल्क शिक्षा प्रदान करने, नशे के खिलाफ, रोज़गार को मौलिक अधिकार बनाने तथा स्कूल, विश्विद्यालय में नियमित रूप से पठन पाठन की व्यवस्था सुनिश्चित करने हेतु अभियान चलाने का फैसला लिया गया। बैठक में उत्तराखंड छात्र संगठन को मजबूत करने हेतु दीक्षा सुयाल, भारती पांडे एवं कृष्णा के नेतृत्व में एक 16 सदस्यीय संयोजक मंडल का गठन किया गया।
यहां एक रेस्टोरेंट में आयोजित उत्तराखंड छात्र संगठन की बैठक को संबोधित करते हुए उपपा के केंद्रीय अध्यक्ष पी. सी. तिवारी ने कहा कि शिक्षा के बाजारीकरण, निजीकरण की सरकारी नीतियों ने देश में भारी असमानता की स्थितियां पैदा कर दी हैं जिनके खिलाफ एक सशक्त आंदोलन की जरूरत है। बैठक की अध्यक्षता उछास की भारती पांडे और संचालन दीक्षा सुयाल ने किया। बैठक में सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय में पुस्तकालय की दयनीय स्थिति, छात्र और युवाओं में बढ़ते नशे की लत तथा विश्विद्यालय में व्याप्त अव्यवस्थाओं और लगातार गिरते शिक्षा के स्तर को लेकर गंभीर चिंता व्यक्त की।
बैठक में तय किया गया कि उत्तराखंड छात्र संगठन छात्र और युवाओं को संगठित कर इन समस्याओं के निवारण के प्रयास के साथ शिक्षा क्षेत्र की उपेक्षा के खिलाफ सरकार व समाज का ध्यान आकर्षित करने हेतु गंभीर प्रयास करेगा।
बैठक में उत्तराखंड छात्र संगठन को मजबूत करने हेतु भारती पांडे, दीक्षा सुयाल एवं कृष्णा आर्या के नेतृत्व में एक 16 सदस्यीय संयोजक समिति का गठन किया जिसमें दीपांशु पांडे, बलराम सिंह नगरकोटी, आकांक्षा मेहता, माया मेहता, मोहित तिवारी, रेनू बिष्ट, रमेश नेगी, निशांत कुमार, कमल कुमार, हेमू आर्या, अंकित बिष्ट, दीपक बगडवाल और गोकुल आर्या शामिल रहे।
इस समिति की अगली बैठक रविवार 27 फरवरी को होगी जिसमें उछास अपनी अग्रिम रणनीति तय करेगा।
इस बैठक में तौसिब खान, मंजीत सिंह, आशीष कुमार, सौरभ सिंह, आरती रावत, राहुल भट्ट, अंजली बानी, हरीश आर्या, नीतू टम्टा समेत अनेक लोग उपस्थित रहे।