राजनीति
प्रियंका गांधी ने पीएम मोदी के लच्छेदार भाषणों का भी तोड़ निकाला ,इसलिए दिखाई देती है प्रियंका में इंदिरा की छवि ?
प्रियंका गांधी की लगातार बदलती छवि
दिल्ली – राहुल के वायनाड छोड़ने पर BJP खूब हमलावर है कहने लगी है कि राहुल पहले अमेठी से भागे, अब वायनाड से भाग गए , बीजेपी का कहना है कांग्रेस का मंत्र सिर्फ परिवारवाद को बड़ावा देना है । लेकिन अगर प्रियंका गांधी जीत गईं तो इस बार संसद काफी दिलचस्प होने वाली है. लोकसभा में भाई-बहन के बीच ‘ज्यादा मजबूत कौन है’ इस पर प्रतिस्पर्धा होगी.
भाषणों से पीएम मोदी हैं लोकप्रिय
बेशक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की असली राजनीति ताकत, जनता के बीच उनके लच्छेदार भाषण है, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को उनके लच्छेदार भाषणों ने देश के सामने मोदी हे तो मुमकिन है, और एक अकेला सब पर भारी का टेक दे दिया हो , मगर 2024 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की नेता प्रियंका गांधी ने जनता के बीच अपने दमदार भाषणों से नरेंद्र मोदी के- मोदी है तो मुमकिन है और एक अकेला सब पर भारी वाले स्तम्भं बयान को कमजोर कर दिया ?सड़क से लेकर संसद तक अपने भाषणों से मोदी देश की जनता को अकेले प्रभावित करते हैं यह सच है , लेकिन 2024 के लोकसभा चुनाव में मोदी के इस प्रभाव को सड़क पर प्रियंका गांधी ने कमजोर कर किया, अब बारी संसद की है, क्या प्रियंका गांधी केरल की वायनाड सीट से, चुनाव जीतकर प्रधानमंत्री के असर को संसद में भी सड़क की तरह बेअसर कर देगी ?
इंदिरा गांधी के स्टाइल में सक्रिय हैं प्रियंका
क्योंकि लोग कहते हैं प्रियंका में इंदिरा नज़र नज़र आती है।। कांग्रेस के रणनीतिकारों की राजनीतिक रणनीति, इशारा कर रही है कि आने वाले दिनों में राहुल गांधी सत्ता पक्ष भारतीय जनता पार्टी को सड़क पर घेरते नजर आएंगे, तो वहीं प्रियंका गांधी संसद के भीतर भाजपा सरकार को घेरेगी ?2024 के लोकसभा चुनाव में प्रियंका गांधी ने अपनी बुलंद आवाज की दम पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आवाज को कमजोर करते हुए दुनियां ने देखा है, जिस कारण कांग्रेस के रणनीतिकारों की योजना को देखकर भाजपा के नेता टेंशन में जरूर आ गए होंगे क्या ?
क्योंकि संसद में कांग्रेस की तरफ से प्रियंका गांधी के रूप में भाजपा सरकार की नीतियों पर उन्हें घेरने के लिए बुलंद आवाज सच में पहुंचने वाली है क्या ? या प्रियंका गांधी को अभी शक्ति नहीं कि वह बीजेपी के सामने टिक पाए ।। आपको क्या लगता है प्रियंका गांधी बीजेपी नेताओं के सामने मजबूती से खड़ी हो पाएगी या अभी कुछ कमी नजर आती है