उत्तराखण्ड
लोगों ने राज्याभिषेक का ऐसा अदभुत नजारा पहली बार देखा, हुए मंत्रमुग्ध जगमग करते दीप और रंगोली से सजी अयोध्या में आकर प्रफुल्लित हुए राम।
चौखुटिया (अल्मोड़ा)। भटकोट की रामलीला में राम राज्याभिषेक का नजारा अदभुत था l राम के अयोध्या लौटने की खुशी में इठलाती, नाचती और खुशी से झूमती जनता आनंदित थी l
अपने आराध्य देव के चौदह वर्षों से इंतजार करते पथरा सी गई आंखों को बड़ा सकुन मिल रहा था l आनन्द और उल्लास के इन पलों को रामलीला कमेटी के ऊर्जावान अध्यक्ष श्री सुरेश चंद्र पंत व उनकी टीम ने और भी रोचक बना दिया l
पूरी अयोध्या नगरी में दीप जगमगा रहे थे तो दूसरी तरफ बड़ी तैयारी से बनाई गई रंगोली प्रभु राम के चरण स्पर्श को बेताब थी l
भटकोट के साथ ही निकटवर्ती तमाम गांव व चौखुटिया नगर के लोगों को
इन अविस्मरणीय पलों का गवाह बनने का शौभाग्य मिला l
राम राज्याभिषेक की तैयारियां पिछले तीन दिन से की जा रही थी। इस दौरान स्कूली बच्चों व ग्रामीणों की ओर से विविध प्रकार की रंगोली बनाने के साथ ही पूरी अयोध्या नगरी को दीपों से सजाया गया था। अयोध्या के द्वार पर पहुंचे राम ने हनुमान के माध्यम से उनके अयोध्या के द्वार पर पहुंचने की सूचना छोटे भ्राता भरत के पास भिजवाई। सूचना मिलते ही पूरी अयोध्या नगरी में ढोल दमाऊ बजने लगे प्रफुल्लित भरत अपने बड़े भाई की अगवानी के लिए द्वार पर पहुंचे। दीपों से सजी और नाचती गाती अयोध्या को देख श्रीराम व सीता सहित सभी प्रफल्लित नजर आए। बाद में पूजा अर्चना के साथ राम का राज्याभिषेक हुआ। अंत में प्रसाद वितरण के साथ रामलीला संपन्न हुई।
इससे पहले सुलोचना सती, अहिरावण वध व फिर राम-रावण युद्व के बाद रावण का वध हुआ। विभिषण का लंका के राजा के रूप में राज्याभिषेक हुआ।
राम का अभिनय प्रिया नेगी, लक्ष्मण योगिता नेगी,सीता श्रेया नेगी, भरत सलोनी टढियाल, शत्रुघन करन किरौला, मेघनाथ नंदन अधिकारी, सुलोचना मनीष ममंगाई, रावण दिनेश जोशी, मंदोदरी गणेश पांडे, मकरध्वज डॉ.कुलदीप बिष्ट,अहिरावण गणेश कांडपाल, हनुमान खुशाल नेगी, विभिषण कैलाश पंत व अंगद का अभिनय धीरज नेगी ने किया।
रामलीला कमेटी के अध्यक्ष सुरेश चंद्र पंत ने सहयोग के लिए सभी का आभार जताया। संचालन दीप पंत व ललित टढ़ियाल ने किया। वहीं केदारनाथ एकेडमी के दीपक नेगी, एसओ दिनेश नाथ महंत, एलडी मठपाल, मुकेश पांडे, बहादुर सिंह, भगवत सिंह रौतेला, चंदन ठाकुर, प्रेमसिंह, महेश सिंह आदि मौजूद थे। हर्मोनियम में हरीश आर्या व तबले पर जगमोहन जोशी ने संगत की।