हल्द्वानी
हल्द्वानी बाल लेखन कार्यशाला का तीसरा दिन।
कहानी लेखन की बारीकियां जानी बच्चों ने
हल्द्वानी। अल्मोड़ा से प्रकाशित बच्चों की पत्रिका बालप्रहरी, भारत ज्ञान विज्ञान समिति तथा हल्द्वानी किताब कौतिक के संयुक्त तत्वावधान में एच एन इंटर कालेज हल्द्वानी में आयोजित बाल लेखन कार्यशाला के तीसरे दिन मंगलवार 6 फरवरी को बच्चों ने कहानी लेखन की बारीकियों को समझा. तीसरे दिन के सत्र का उद्घाटन वरिष्ठ पत्रकार जगमोहन रौतेला ने किया. उन्होंने बच्चों को सम्बोधित करते हुए कहा कि उनके लेखन की रचनात्मकता को पिछले दो दिनों में जो नया आयाम मिला, वह आज और विस्तार लेगा. वे मन लगाकर इस कार्यशाला में अपनी गतिविधियॉ करें, ताकि बहुत कुछ सीखकर जायें.
चर्चित कहानीकार तथा राजकीय इंटर कालेज फूलचौड़ में प्रवक्ता दिनेश कर्नाटक ने बच्चों को कहानी के बारे में विस्तार से जानकारी दी। कर्नाटक ने कहानी विधा पर बात करते हुए बच्चों को कहानी सुनाई और उसके माध्यम से बच्चों को कहानी किस तरह, कैसे लिखी जाती है. कहानी लिखते समय किन-किन बातों, तथ्यों का ध्यान रखना चाहिए. ताकि पाठक को एक बेहतरीन कहानी पढ़ने को मिले.
बच्चों ने कहानी सत्र में कुछआ व खरगोश की कहानी को अपने-अपने अंदाज में प्रस्तुत किया। उसके बाद बच्चों को एक कहानी सुनाई गई जो वास्तव में कहानी नहीं थी। इस कहानी की कमियां गिनाते हुए बच्चों ने कहानी में घटना,पात्र, संवाद,शीर्षक तथा संदेश न होने की बात कही। उसके बाद बच्चों ने समूह में कहानी तैयार की। बाद में अधूरी कहानी को पूरा करो जैसी गतिविधियां कराई गई। बच्चों ने नुक्कड़ नाटक ‘मोबाइल टन टनाटन’ की रिहर्सल की. जिसमें सूत्रधार की भूमिका हर्षिता रौतेला”बुलबुल” ने निभाई। बच्चों ने अपनी हस्तलिखित पुस्तक के लिए यात्रा का वर्णन, मेरे जीवन की घटना लिखने के साथ ही पुस्तक का मुखपृष्ठ भी स्वयं तैयार किया। बच्चों ने लुप्त हो रही पत्र विधा को भी जाना। बच्चों ने पत्र लिखकर अपने पारिवारिक जनों को कार्यशाला की जानकारी दी।
मंगलवार को अध्यक्ष मंडल में जय माहेश्वरी, करन मौर्य, रोहित मौर्य व प्रीति नेगी को शामिल किया गया। प्रारंभ में रुचि मौर्य ने विगत दिवस की रिपोर्ट प्रस्तुत की। “पहाड़ा लिखो” प्रतियोगिता में अनिकेत पाल, तन्मय अधिकारी, डौली सक्सेना तथा स्मृति चित्रण प्रतियोगिता में प्रियांशी लोशाली, कृष्णा मौनी, प्रीति नेगी क्रमशः प्रथम,द्वितीय तथा तृतीय स्थान पर रहे। विभिन्न प्रतियोगिताओं में अव्वल रहे बच्चों को उपहार में बालसाहित्य दिया गया। कुमगढ़ पत्रिका के संपादक दामोदर जोशी, डॉ मंजू पांडे उदिता, लोकेष्णा मिश्रा, दिया आर्या ने भी बच्चों को संबोधित किया।
इस अवसर पर विमला जोशी ‘विभा’, आशा जंगी, प्रेमा शर्मा, डॉ.जगदीश पंत, राहुल कुमार, देवेंद्र सिंह, रोहित केसरवानी आदि उपस्थित थे। कार्यशाला का समापन 8 फरवरी को होगा।