दिल्ली
बीजेपी ने आरएसएस में लगा 58 साल पुराना प्रतिबन्ध हटाया , आखिर क्या हैं इसके मायने ।।
दिल्ली – पिछले दिनों भाजपा और आरएसएस के बीच मतभेद सभी ने देखे थेइसके बाद ऐसा लग रहा था कि भाजपा से RSS के पदाधिकारी और बड़े नेता नाराज हैं इसका एक उदाहरण खुद मोहन भागवत के बयान से भी सामने आया था लेकिन अब शायद बीजेपी RSS के नाराज नेताओं को खुश करने के लिए कुछ कोशिश कर रही है क्योंकि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ RSS की गतिविधियों में अब सरकारी कर्मचारी भी भाग ले सकेंगे।
केंद्र सरकार ने 58 साल पुराने प्रतिबंध को हटा लिया है। अब सरकारी कर्मी RSS की गतिविधियों में शामिल हो सकेंगे। आपको बता दें कि हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ सहित विभिन्न राज्य सरकारें सरकारी कर्मचारियों के आरएसएस से जुड़े होने पर प्रतिबंध को पहले ही हटा चुकी हैं। तारीख 30 नवंबर साल 1966 में केंद्र सरकार ने सरकारी कर्मचारियों के आरएसएस की गतिविधियों में शामिल होने पर प्रतिबंध लगा दिया था। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने इंदिरा गांधी के शासन के दौरान लगाए गए प्रतिबंध को अब एक नए आदेश के अनुसार हटा दिया।
बीजेपी का मानना है कि 58 साल पहले, 1966 में जारी असंवैधानिक आदेश, जिसमें सरकारी कर्मचारियों के आरएसएस की गतिविधियों में भाग लेने पर प्रतिबंध लगाया गया था, मोदी सरकार ने वापस ले लिया है। अब इसके कई मायने लगाए जा रहे हैं,