ऋषिकेश
अब कहां है सरकार का नकल विरोधी कानून : ऋषिकेश एम्स से सक्रिय हुए नकल माफिया , 50 लाख लेकर खुलेआम करवाई जा रही नक़ल ।।
तो धामी सरकार के नकल विरोधी कानून से नहीं डरते नकल माफिया
ऋषिकेश – कोतवाली पुलिस और एसओजी देहात की टीम ने अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) की एमडी परीक्षा में ऑनलाइन नकल कराते पांच लोगों को गिरफ्तार किया है, जिसमें दो एम्स ऋषिकेश के डॉक्टर भी शामिल हैं।आरोपियों के पास से तीनटैबलेट, तीन मोबाइल, दो मेडिकल संबंधी किताब व एक कार बरामद की गई है।
आरोपियों ने अभ्यर्थियों से 50-50 लाख की डील
आरोपी हिमाचल के कांगडा स्थित परीक्षा केंद्र में परीक्षा दे रहे तीन अभ्यर्थियों को ऑनलाइन प्रश्नों के उत्तर भेजकर नकल करा रहे थे। आरोपियों ने अभ्यर्थियों से 50-50 लाख की डील की थी।एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि अखिल भारतीय स्तर पर आयोजित एम्स की एमडी परीक्षा में नकल माफिया के सक्रिय होने व परीक्षा केंद्रों में अभ्यर्थियों को नकल कराए जाने की गोपनीय सूचना मिली थी। जिस पर कोतवाली पुलिस और एसओजी देहात की टीम गठित की गई।
कार में बैठे पांच युवकों को गिरफ्तार किया
एसएसपी ने बताया कि आरोपियों की पहचान अजीत निवासी 540, सेक्टर 8, जींद, हरियाणा, अमन शिवाच निवासी गली नंबर 18/10, विकास कॉलोनी, रोहतक, हरियाणा, वैभव कश्यप निवासी 260 अंबिका एनक्लेव, सनौर, पटियाला, पंजाब, विजुल गौरा निवासी 2/5 पटेल नगर, हिसार, हरियाणा व जयंत निवासी 423 डिफेंस कॉलोनी, हिसार, हरियाणा के रूप में की गई है। दिल्ली नंबर की कार में बैठे पांच युवकों को गिरफ्तार किया।
गिरफ्तार आरोपियों में एम्स ऋषिकेश के दो चिकित्सक भी शामिल
आरोपी मौके से एम्स की एमडी प्रवेश परीक्षा में हिमाचल के कांगड़ा स्थित परीक्षा केंद्र में अभ्यर्थियों को मोबाइल फोन व टैब के माध्यम से प्रश्नों के उत्तर उपलब्ध करा रहे थे। गिरफ्तार आरोपियों में एम्स ऋषिकेश के दो चिकित्सक भी शामिल हैं, जो अभ्यर्थियों को सही उत्तर बताने में मदद कर रहे थे।
अब कहां गया धामी का नकल विरोधी कानून
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नकल विरोधी कानून की चर्चा पूरे देश में हुई थी जिसको सबसे मजबूत नकली विरोधी कानून माना जा रहा था लेकिन सवाल है कि कानून बनने के बाद भी नकल माफी सक्रिय क्यों हो रहे हैं ।