उत्तराखण्ड
क्या है शराब नीति जो केजरीवाल के गले की हड्डी बनी?
दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल गिरफ्तार हो चुके है। उनकी गिरफ्तारी नई शराबनीति के मामले में घोटाला करने के आरोप में की गई है। केजरीवाल पर 338 करोड़ का घोटाला करने का आरोप है। इसी केस में मनीष सिसोदिया, राज्य सभा सांसद संजय सिंह भी पहले ही जेल का चुके है,बीआरएस नेता और केसीआर की बेटी…के कविता हिरासत में हैं। क्या है ये नई शराब नीति जो उभरती राजनीतिक पार्टी….आम आदमी पार्टी के गले की हड्डी बन गई है। आज के इस वीडियो में इसी पर विस्तार से बाद करेंगे। देश की राजधानी दिल्ली एक ऐसा राज्य..जिसके लिए कहा जाता है कि वहां कभी रात नहीं होती, लेकिन बीते दिन से दिल्ली की नींद पूरी तरह से उड़ी हुई है क्योंकि वहां के सीएम अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार कर लिया गया है। 21 मार्च की शाम क़रीब 6:30 या 7 बजे के बीच ईडी के 12 अफ़सर दिल्ली पुलिस की एक बड़ी टीम के साथ सीएम आवास पर पहुंचते है, सीएम का फ़ोन जब्त कर लिया जाता है, 2 घंटे तक पूछताछ चलती है और ठीक 9 बज के 5 मिनट पर ख़बर आती है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल गिरफतार!17 नवंबर 2021 को दिल्ली सरकार “नई शराब नीति” के नाम से एक नई योजना लागू करती है, जिसमें ये कहा गया था कि पूरी दिल्ली को 32 जोन में बांटा जाएगा, हर जोन में ज्यादा से ज्यादा 27 शराब की दुकानें खोली जाएगी। इस तरह से पूरी दिल्ली 849 दुकानें खुलनी थी। इस नीति के तहत दिल्ली में जितनी भी शराब की दुकानें थी उनको प्राइवेट करने का प्रावधान रखा गया था। इस नीति के आने से पहले दिल्ली की 60% दुकानें सरकारी थी, और 40% दुकानें प्राइवेट। नई शराब नीति आई… जिसने दिल्ली की सभी लिक्कर शॉप को 100% प्राइवेट कर दिया। ये नीति लागू करते समय दिल्ली सरकार का कहना था कि इस पॉलिसी से 3 हज़ार 500 करोड़ का फायदा होगा…जो सरकारी खजाने में जायेगा। इस नई नीति के तहत दिल्ली सरकार ने लाइसेंस की फीस भी कई गुना बढ़ा दी. जिस L-1 लाइसेंस के लिए पहले ठेकेदारों को 25 लाख देना पड़ता था, उसी लाइसेंस के लिए….नई शराब नीति लागू होने के बाद ठेकेदारों को 5 करोड़ रुपये चुकाने पड़े. बाकी कैटेगरी के लाइसेंस की फीस बढ़ा दी गई थी, इस नीति के लागो होने के बाद कई तरह की परमीशन दी गई है…जैसे शराब की होम डिलीवरी, सुबह के 3 बजे तक शराब की दुकान खुले रहना, यहां तक की…जिनके पास लाइसेंस है वो शराब पर जितना मर्जी चाहे उतनी छूट दे सकते है। इन शॉर्ट अगर में आपको बताऊं तो….22 मार्च 2021 का दिन था…दिल्ली के तत्कालीन डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने नई शराब नीति का ऐलान किया.17 नवंबर 2021- दिल्ली सरकार ने नई शराब नीति 2021-22 लागू कर दी. 8 जुलाई 2022- दिल्ली के मुख्य सचिव नरेश कुमार ने नई शराब नीति में गड़बड़ी का अंदेशा जताया.28 जुलाई 2022 को विवाद बढ़ता देख दिल्ली सरकार ने नई शराब पॉलिसी रद्द कर दी और पुरानी पॉलिसी फिर से लागू कर दी.17 अगस्त 2022- सीबीआई ने केस दर्ज किया और जांच शुरू की.12 सितंबर, 2022: आम आदमी पार्टी के संचार प्रमुख विजय नायर को सीबीआई ने गिरफ्तार किया.26 फरवरी 2023 को इस केस में पहली बड़ी गिरफ्तारी मनीष सिसोदिया की हुई.4 अक्टूबर 2023: आप नेता संजय सिंह को ईडी ने गिरफ्तार कर लिया।2 नवंबर 2023 से दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल के गले पर तलवार लकटनी शुरू हुई…इसी दिन ईडी का पहला अरविंद केजरीवाल के लिए जारी हुआ.21 दिसंबर 2023 को दूसरा समन जारी हुआ,3 जनवरी 2024 ईडी ने को तीसरा समन जारी किया गया था. 17 जनवरी 2024- शराब नीति केस में ईडी ने अरविंद केजरीवाल को चौथा समन भेजा..पांचवा saman 2 फ़रवरी को भेजा गया…फिर 22 फ़रवरी, 26 फरवरी,, 27 फ़रवरी, ईडी लगातर cm को समन भेजती रही…लेकिन अभी तक एक बार भी केजरीवाल हाज़िर नही हुए।16 मार्च ईडी हिरासत में लेती है के कविता को। अगले ही दिन यानी 17 मार्च को ed फिर से अरविंद केजरीवाल को नौवां समन भेजती है….21 मार्च को ईडी सीधा सीएम आवास पर पहुंचती है….लंबी पूछताछ के बाद ईडी ने आखिरकार केजरीवाल को गिरफ्तार कर लिया जाता है। और दिल्ली की सड़को पर कोहराम मच जाता है…आप कार्यकर्ता द्वारा भाजपा हाय हाय के नारे लगाए जात है। ईडी की जांच में सामने आया था कि प्रोसीड ऑफ क्राइम के दौरान 338 करोड़ रुपए आम आदमी पार्टी तक पहुंचे हैं। मनीष सिसोदिया की बेल पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान ईडी ने 338 करोड रुपए की मनी ट्रेल अदालत के सामने रखी थी। इसमें यह साबित हो रहा था कि आबकारी नीति के दौरान शराब माफिया से 338 करोड़ रुपए आम आदमी पार्टी तक पहुंचे हैं और आम आदमी पार्टी के संरक्षक अरविंद केजरीवाल है, लिहाजा उनसे पूछताछ करना जरूरी है, हालाकि पूछताछ करने के बाद अब उनको गिरफ्तार कर लिया। इस मामले में आगे की ख़बर पर भी हमारी नज़र बनी हुई है, अभी के लिए फिल्हाल इतना ही।