कन्याकुमारी
ध्यान-मौनव्रत और केवल लिक्विड डाइट… PM मोदी बनना आसान नहीं, अध्यात्म के 45 घंटे इस तरह बिता PM मोदी ।।
कन्याकुमारी के प्रसिद्ध विवेकानंद रॉक मेमोरियल में 45 घंटे का ध्यान
कन्याकुमारी – प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरुवार शाम से देश के सबसे दक्षिणी छोर पर स्थित कन्याकुमारी के प्रसिद्ध विवेकानंद रॉक मेमोरियल में 45 घंटे की ध्यान साधना शुरू की। इससे पूर्व दोपहर बाद धोती और सफेद शाल ओढ़े मोदी ने अम्मन मंदिर में प्रार्थना की और गर्भगृह की परिक्रमा की। पुजारियों ने एक विशेष आरती की और उन्हें मंदिर का प्रसाद दिया।देशभर का दौरा करने के बाद स्वामी विवेकानंद ने भी 1892 में इसी स्थान पर ध्यान लगाया था स्वामी विवेकानंद की याद में ही विवेकानंद राक मेमोरियल बनाया गया है।
पीएम मोदी नौका पर सवार होकर तट से करीब 500 मीटर दूर समुद्र में चट्टान पर स्थित विवेकानंद रॉक मेमोरियल पहुंचे और ध्यान शुरू किया जो एक जून तक चलेगा। 2019 में भी लोकसभा चुनाव में चुनाव प्रचार खत्म होने के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने केदारनाथ की गुफा में ध्यान लगाया था। पुजारियों ने एक विशेष आरती की और उन्हें मंदिर का प्रसाद दिया, जिसमें एक शाल और मंदिर के मुख्य देवता की एक फ्रेमयुक्त तस्वीर शामिल थी। ध्यान शुरू करने से पहले प्रधानमंत्री मोदी कुछ देर के लिए मंडपम की ओर जाने वाली सीढ़ियों पर खड़े रहे, वहां से स्मारक के चारों ओर से समुद्र का मनमोहक दृश्य दिखाई देता है।
सुरक्षा एजेंसियां चप्पे-चप्पे पर नजर
एक जून को ध्यान समाप्ति के बाद कन्याकुमारी से प्रस्थान करने से पहले मोदी संभवत: स्मारक के बगल में स्थित तमिल कवि तिरुवल्लुवर की प्रतिमा देखने भी जाएंगे।स्वामी विवेकानंद के नाम पर बने प्रसिद्ध स्मारक पर मोदी के 45 घंटे के ध्यान लगाने के कार्यक्रम के मद्देनजर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। 2,000 पुलिसकर्मियों के साथ-साथ विभिन्न सुरक्षा एजेंसियां चप्पे-चप्पे पर नजर रखे हुए हैं। यही नहीं, भारतीय तटरक्षक बल और भारतीय नौसेना भी समुद्री सीमाओं पर निगरानी बनाए रखे हुए हैं।