नैनीताल
शिक्षकों को यातायात व्यवस्था सुधारने के लिए ड्यूटी में लगाने का आदेश किया रद्द ।। रद्द करने के लिए इस वजह से मजबूर हुआ जिला प्रशासन ।।
नया आदेश- अब सड़कों में नहीं स्कूलों में ही रहेंगे शिक्षक
नैनीताल – जब किसी भी नियम को बिना सोचे समझे लागू किया जाता है तो उससे केवल विभाग की नहीं संपूर्ण जिले की बदनामी होती है।। ऐसी ही बदनामी नैनीताल में DM नैनीताल के आदेशों के बाद हुई, जिस आदेश में शिक्षकों को यातायात संभालने में लगाने की बात कही गई थी लेकिन अब शिक्षा विभाग ने पर्यटन सीजन के दौरान सहायक अध्यापकों को यातायात ड्यूटी पर लगाने का आदेश 24 घंटे में ही निरस्त कर दिया है। यातायात ड्यूटी पर लगाए गए सभी सहायक अध्यापकों को निर्देश दिए गए हैं कि वह तत्काल अपनी उपस्थिति अपने मूल विद्यालय में दें। बता दें कि नैनीताल समेत आसपास के क्षेत्रों में सीजन के दौरान पर्यटकों के बढ़ते दबाव और जिले में पुलिसकर्मियों की कमी को देखते हुए डीएम के निर्देश पर शिक्षा विभाग ने अलग-अलग विद्यालयों में तैनात कई सहायक अध्यापकों को नैनीताल क्षेत्र में यातायात ड्यूटी संभालने के निर्देश दिए थे।
प्रशासन के आदेश की हुई ख़ूब आलोचना
शुक्रवार और शनिवार को सहायक अध्यापकों और बाबुओं ने यातायात व्यवस्था संभालने में पुलिस की मदद भी की। । इस खबर को लेकर शिक्षकों में ही नहीं, बल्कि आम लोगों भी में भी खूब चर्चा रही। लोगों ने विभाग के इस आदेश को पूरी तरह गलत करार दिया था। इसे देखते हुए शनिवार की शाम जिला शिक्षा अधिकारी (माध्यमिक) पुष्कर लाल टम्टा ने नया आदेश जारी किया। जिसमे कहा गया कि ट्रैफिक जाम के निराकरण के लिए सात जून से 13- जून तक सहायक अध्यापकों को सहयोग के लिए नामित करने संबंधी आदेश को तत्काल प्रभाव से निरस्त किया जाता है। इस आदेश में संबंधित शिक्षकों को अपने मूला तैनाती वाले विद्यालयों में उपस्थिति देने के भी निर्देश दिए गए हैं।