उत्तराखण्ड
दिव्यांग छात्रों को परीक्षा में मिलेगा अतिरिक्त समय, प्रस्ताव को मिली मंजूरी ।।
दिव्यांग को 20 मिनट का अतिरिक्त समय दिया जाएगा
देहरादून – दिव्यांग छात्र-छात्राओं को बेसिक स्तर की परीक्षाओं में प्रति घंटा 20 मिनट का अतिरिक्त समय दिया जाएगा। जरूरत पड़ने सहायक (श्रुत लेखक पर छात्र एक ) भी ले सकेंगे। मंगलवार को शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने प्रस्ताव को मंजूरी दे दी। जल्द ही इसका जीओ जारी किया जाएगा। इस फैसले से प्रदेश के दिव्यांग छात्र बेहतर प्रदर्शन कर सकेंगे। मंत्री ने बताया कि दिव्यांगजन अधिकार अधिनियम-2016 में विशेष आवश्यकता वाले बच्चों की दिव्यांगजन अधिकार अधिनियम-2016 में अंधापन, कुष्ठ रोग, बहरापन, लोकोमोटर दिव्यांगता, मानसिक बीमारी, ऑटिज्म, स्पेक्ट्रम डिसऑर्डर, बौनापन, बौद्धिक दिव्यांगता, सेरेब्रल पाल्सी, मस्कुलर डिस्ट्राफी, क्रोनिक न्यूरोलॉजी, विशिष्ट सीखने की अक्षमता, मल्टीपल स्कलेरोसिस, भाषण और भाषा दिव्यांगता,थेलेसिमिया, हीमोफिलिया, सिकल सेल रोग सहित कई दिव्यांगता के साथ-साथएसिड अटैक व पार्किंसंस रोग शामिल है।छात्र जिस सहायक लेखक की मदद लेना चाहेगा, वो उस कक्षा से निचली कक्षा का विद्यार्थी होना जरूरी है। बताया कि जरूरत पड़ने पर परीक्षा के दौरान दिव्यांग विद्यार्थियों को ब्रेलर, अबेकस, ज्योमेट्री और सांकेतिक भाषा की व्यवस्था भी संस्थान द्वारा कराई जाएगी।कक्षा तीन और चार में केवल मौखिक परीक्षा मंत्री ने बताया कि कक्षा तीन और कक्षा चार में के दिव्यांग बालक-बालिकाओं की मौखिक परीक्षा लेकर ही उनका परीक्षा परिणाम घोषित किया जाएगा। विशेष आवश्यकता वाले बच्चों की शैक्षिक जरूरतों को लेकर राज्य सरकार संवेदनशील है। इसके लिए प्रदेशभर के स्कूलों में सभी छात्र- छात्राओं के लिए एक सक्षम शैक्षिक वातावरण तैयार किया जा रहा है।